फिल्म ,लाइटर, जल्द ही सिनेमा घरों में नजर आएगी
जयंतीका फिल्म प्रॉडक्शन और नीलकमल फिल्म इंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी हिंदी फिल्म,लाइटर, जिसके निर्माता जनार्दन विश्वकर्मा और राम सजन मौर्या हैं, जल्द रिलीज होने वाली है। बॉलीवुड में आजकल फिल्मो के टाइटल भी बड़े अलग किस्म के रखने का चलन है. ऐसा नाम जो ऑडियंस को उत्सुक कर दे फिल्म देखने के लिए. अब आपको जल्द ही हिंदी फिल्म ‘लाइटर’ के नाम से देखने को मिलेगी. इस फिल्म के डायरेक्टर मुकेश महादेवन, डीओपी ए .वेल मुर्गन, कहानीकार डॉ. जनार्दन विश्वकर्मा, युसूफ शेख, गीतकार डॉ. जनार्दन विश्वकर्मा, युसूफ शेख और राम सजन मौर्या हैं. फिल्म की प्रस्तुतकर्ता ज्यंतिका फिल्म प्रोडकशन की मोनिका विश्वकर्मा हैं जबकि इसके प्रोड्यूसर प्रेमसागर मूवीज के डॉ जनार्दन विश्वकर्मा और नीलकमल फिल्म एंटरटेनमेंट के प्रोड्यूसर रामसजन मौर्या हैं।
इस हिंदी फिल्म का नाम लाइटर क्यों है, यह एक सस्पेंस है क्योंकि लाइटर अगर आग जलाता है, तो कहीं आग बुझाता भी है.

इस फिल्म का नायक गाँव के एक गरीब परिवार का लड़का है, जो शहर जाकर नौकरी करना चाहता है. नायक जब नौकरी के लिए जाने को तैयार होता है तो उसकी बहन नायक को राखी बंधवाकर जाने के लिए कहती है, इस सिचुएशन पर रक्षा बंधन पर एक बहुत ही प्यारा सा गीत है जो बेहद इमोशनल है. इस गीत के बोल हैं।
चंदा कहे सूरज भैया से कभी न मुझको भुलाना
जब भी पुकारे छोटी बहना दौड़ के तू चले आना
नायक अपने चाचा के साथ शहर आता है जहाँ उसकी मुलाकात फिल्म की चुलबुली नायिका से होती है.
फिल्म का हीरो नौकरी मिलने से पहले भगवान की पूजा करने मंदिर में जाता है यहाँ पर भी फिल्म में एक सुंदर सा गीत है जिसके बोल हैं
तुझे कहते सब भगवान तू देदे मुझको भी वरदान
मैं मालामाल हो जाऊं मैं धनवान हो जाऊं
फिल्म की कहानी जिस तरह की है ऐसा लग रहा है कि ‘लाइटर’ में बॉलीवुड की मसाला फिल्म का पूरा फार्मूला मौजूद है. जहाँ हीरो है, उसकी बहन है, गाँव है फिर शहर की लोकेशन है और उसके बाद फिल्म म्यूजिकल लग रही है क्योंकि इस फिल्म में कई सिचुएशन्ल गीत हैं जो बेहद आकर्षक हैं. फिल्म सेंसर में है और जल्द रिलीज की जाएगी।
—–Akhlesh Singh (PRO)
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