भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के एकमात्र ऐसे निर्देशक, जिन्होंने जब भी कोई फिल्म की मेकिंग किया तो सबसे अलग और बड़े कैनवास पर किया। जी हां! हम बात कर रहे हैं फ़िल्म निर्देशक प्रमोद शास्त्री की, जो बेहतरीन सिनेमा के निर्माण के प्रति समर्पित होकर उच्चकोटि की फ़िल्म का निर्माण करते हैं। यही वजह है कि उन्हें बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड देकर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का सर्वश्रेष्ठ निर्देशक चुना गया है।
गौरतलब है कि भोजपुरी के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड 17वें भोजपुरी अवार्ड में प्रमोद शास्त्री को बेस्ट डायरेक्टर भोजपुरी फिल्म ‘छलिया” वर्ष 2019 -20 के लिए नवाजा गया। साथ ही उनके द्वारा निर्देशित फिल्म छलिया को रिलीज वर्ष 2019-20 के लिए 4 अवार्ड मिले, जो क्रमश:
बेस्ट फिल्म निर्देशक – प्रमोद शास्त्री, बेस्ट निर्माता जूरी अवॉर्ड – श्री गौतम सिंह, बेस्ट एडिटर अवार्ड – गुल मोहम्मद अंसारी, बेस्ट सिंगर फीमेल अवॉर्ड – प्रियंका सिंह.
विदित हो कि इसके पहले भी सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड ने भी निर्देशक प्रमोद शास्त्री को फिल्म छलिया के लिए ही बेस्ट डायरेक्टर क्रेडिट का अवार्ड मिल चुका है। इतना ही नहीं प्रमोद शास्त्री द्वारा निर्देशित फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को वर्ष 2021 के लिए क्रमशः
बेस्ट संवाद लेखन – एस.के. चौहान, बेस्ट कॉमेडी – समर्थ चतुर्वेदी को अवार्ड मिले.. इतना ही नहीं प्रमोद शास्त्री द्वारा निर्देशित फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को तीसरे सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड में बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला, साथ ही फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को विभिन्न कैटेगरी में 12 अवार्ड मिले, जो इस प्रकार है:
1- बेस्ट फिल्म – अमित हिंडोचा, 2- बेस्ट निर्देशक – प्रमोद शास्त्री, 3- बेस्ट हीरो – अरविंद अकेला कल्लू, 4- बेस्ट हीरोइन – यामिनी सिंह, 5- बेस्ट स्क्रिप्ट – यस. के. चौहान, 6- बेस्ट म्यूजिक – ओम झा, 7- बेस्ट एक्सन – दिनेश यादव, 8- बेस्ट सिनेमैटोग्राफर जगमिंदर सिंह हुंदल (जग्गी), 9- बेस्ट कोरियोग्राफर – कानू मुखर्जी, 10- बेस्ट सपोर्टिंग (कृटिक) – समर्थ चतुर्वेदी, 11- बेस्ट विलन (क्रिटिक) देव सिंह, 12- बेस्ट कॉमेडियन – रोहित सिंह मटरु…
संवाददाता सम्मेलन के दौरान भोजपुरी फिल्म अवार्ड कमेटी ने बताया कि कोरोना की महामारी के चलते भोजपुरी फिल्म अवार्ड 3 वर्ष से संपन्न नहीं हो पाया था। इसलिए 2019 और 20 में रिलीज फिल्मों को एक साथ क्लब करके और 2021 में रिलीज फिल्म को क्रमशः नियमानुसार एक ही बार में 3 वर्ष के अवार्ड संपन्न कराए गए.. जिसके आधार पर प्रमोद शास्त्री द्वारा निर्देशित दोनो फिल्म ‘छलिया’ और ‘प्यार तो होना ही था’ को संयुक्त रूप से 6 अवार्ड मिले..
फिल्म निर्देशक प्रमोद शास्त्री को मिला 2 साल का बेस्ट निर्देशक अवार्ड
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