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श्री देवनारायण मंदिर मेले में पहुँचीं अभिनेत्री रुचि गुर्जर, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ उठाई बुलंद आवाज

(राजस्थान)। राजस्थान के टोंक जिले के निवाई कस्बे स्थित जोधपुरिया श्री देवनारायण मंदिर में भादवी छठ पर आयोजित ऐतिहासिक मेले में इस बार आस्था और समाज सुधार दोनों का संगम देखने को मिला। मुंबई की उभरती मॉडल और अभिनेत्री रुचि गुर्जर ने 28 अगस्त को देवधाम पहुंचकर भगवान देवनारायण जी महाराज के 1114वें नीलाघर घोड़े के अवतरण दिवस पर दर्शन किए और खुले मंच से समाज सुधार का बिगुल फूंका। देवधाम जोधपुरिया पहुंचे विशिष्ट अतिथियों में राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री माननीय जवाहर सिंह बैढम जी, पूर्व सांसद सुखवीर सिंह जौनपुरिया जी, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश बढ़ाना जी, कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं संसद प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल जी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक गजराज खटाना जी, विराटनगर के पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर जी सहित अनेक गणमान्य अतिथिगण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

सबसे खास क्षण वह रहा जब रुचि गुर्जर ने लाखों श्रद्धालुओं के बीच समाज की दो सबसे बड़ी कुरीतियों — दहेज प्रथा और बाल विवाह — के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई। उन्होंने उपस्थित जनसमूह और समाज की बेटियों को शपथ दिलाई कि “न तो हम कभी दहेज लेंगे और न ही देंगे।” उनके इस साहसिक कदम को श्रद्धालुओं ने तालियों और जयकारों से स्वागत करते हुए ऐतिहासिक बना दिया।

रुचि गुर्जर का समाज को संदेश

अपने उद्बोधन में रुचि गुर्जर ने कहा –

“हमारी बेटियां किसी से कम नहीं हैं। दहेज और बाल विवाह जैसी प्रथाएँ समाज की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा हैं। आज इस पवित्र धरा से मैं समाज को शपथ दिलाती हूँ कि हम सब मिलकर इन कुरीतियों को खत्म करेंगे और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य देंगे।”

समाज सुधार की अलख

कार्यक्रम में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष मनीष भरगड़, अध्यक्ष फूलचंद गुर्जर और महामंत्री शैलेन्द्र धाभाई सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। सभी ने मिलकर समाज में सुधार और सकारात्मक बदलाव के इस संकल्प को आगे बढ़ाने की बात कही।

20 लाख श्रद्धालुओं की गवाही बना देवधाम

भादवी छठ पर आयोजित इस मेले में इस वर्ष 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। श्रद्धालु न केवल दर्शन और पदयात्रा के लिए आए, बल्कि समाज सुधार के इस संकल्प को भी आत्मसात करते नजर आए।

1,000 ध्वजों की ऐतिहासिक पदयात्रा

इस बार आयोजन की भव्यता में 1,000 से अधिक ध्वजों के साथ निकली विशाल पदयात्रा ने चार चाँद लगा दिए। यह ध्वज यात्रा समाज की एकता और परंपरा का अद्वितीय उदाहरण बनकर उभरी।

श्री देवनारायण मंदिर मेले में पहुँचीं अभिनेत्री रुचि गुर्जर, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ उठाई बुलंद आवाज